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Inflation: प्‍याज-टमाटर छोड़िए! पूरे साल रुलाती रहेगी महंगाई, FD से ज्‍यादा होगी इसकी दर, गवर्नर को भी यही चिंता
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Inflation: प्‍याज-टमाटर छोड़िए! पूरे साल रुलाती रहेगी महंगाई, FD से ज्‍यादा होगी इसकी दर, गवर्नर को भी यही चिंता

महंगाई दर रिजर्व बैंक के टार्गेट से भी ऊपर चल रही है.
महंगाई दर रिजर्व बैंक के टार्गेट से भी ऊपर चल रही है.

Inflation Target : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ने से खुदरा महंगाई ...अधिक पढ़ें

नई दिल्‍ली. आम आदमी की थाली का टमाटर इतना खास हो गया है कि उसने रिजर्व बैंक के गवर्नर को भी चिंता में डाल दिया है. मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद गुरुवार को गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में महंगाई को सबसे बड़ी चुनौती बताया है. गवर्नर ने कहा है कि इस साल महंगाई ‘डायन’ का मुंह और बड़ा होने वाला है. इसका सबसे ज्‍यादा असर आम आदमी पर ही पड़ेगा. गवर्नर ने चालू वित्‍तवर्ष 2023-24 के लिए खुदरा महंगाई का अनुमान भी बढ़ा दिया है.

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को साफ कहा है कि चालू वित्‍तवर्ष में महंगाई की दर पिछले अनुमान से 0.30 फीसदी ज्‍यादा रह सकती है. इससे पहले जून की एमपीसी बैठक में खुदरा महंगाई की दर का अनुमान 5.1 फीसदी रहने का था, जो अगस्‍त की बैठक में बढ़ाकर 5.40 कर दिया गया है. गवर्नर ने कहा है कि चालू वित्‍तवर्ष में महंगाई दर हमारे लक्ष्‍य से काफी ज्‍यादा रहने का अनुमान है, जो सबसे बड़ी चुनौती है. गवर्नर ने कहा कि पहली तिमाही में ही खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी से ज्‍यादा रहने का अनुमान है.

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एफडी से ज्‍यादा हो जाएगा महंगाई का ब्‍याज
रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा है कि खुदरा महंगाई की दर जुलाई-सितंबर तिमाही में बढ़कर एफडी से भी ज्‍यादा हो जाएगी. पहले इसका अनुमान 5.2 फीसदी लगाया गया था जो इस बार बढ़कर 6.2 फीसदी हो गया है. यानी चालू तिमाही में सिर्फ जुलाई से सितंबर तक ही खुदरा महंगाई बढ़कर 6 फीसदी से ज्‍यादा पहुंच जाएगी.

धीरे-धीरे घटती जाएगी महंगाई
गवर्नर दास ने कहा है कि खुदरा महंगाई दर जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा घटती चली जाएगी. अक्‍टूबर-दिसंबर की तिमाही में यह दर गिरकर 5.7 फीसदी पर आ जाएगी. पहले इसका अनुमान 5.4 फीसदी रहने का था. इसके अलावा जनवरी-मार्च तिमाही में भी खुदरा महंगाई की दर 5.2 रहने का अनुमान है तो 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में खुदरा महंगाई 5.2 फीसदी रहने का अनुमान है. कुल मिलाकर अभी एक साल तक महंगाई की दर 5 फीसदी से नीचे आने की संभावना नहीं दिख रही, जबकि आरबीआई का लक्ष्‍य इसे 4 फीसदी के दायरे में लाने का है.

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सब्जियों ने कर दी सांसत
गवर्नर दास ने सबसे ज्‍यादा चिंता सब्जियों को लेकर जताई. उन्‍होंने कहा कि खाने-पीने की चीजों की महंगाई ने सबसे ज्‍यादा परेशान किया. टमाटर से लेकर सभी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, जिसने आम लोगों की थाली महंगी कर दी. अगले कुछ महीनों में इनकी कीमतों में गिरावट जरूर आएगी, लेकिन उससे पहले महंगाई परेशान कर रही है. खरीफ की फसल आने और अल नीनो का प्रभाव कम होने से खाद्य उत्‍पादों की कीमतों में गिरावट दिखेगी.

Tags: RBI Governor, Reserve bank of india, Shaktikanta Das