अपने बेटे के बारे में बाल ठाकरे ने क्यों लिखा था-वो लड़का एक त्रासदी है
बाला साहेब (Bal Thackeray) जयदेव (Jaidev Thackeray) से इतने तंग आ गए थे कि उन्होंने एक बार सामना में लिखा-वो लड़का एक त ...अधिक पढ़ें
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सार्वजनिक जीवन में अपने तीखे भाषणों से पहचान बनाने वाले बाला साहेब ठाकरे (Bal Thackeray) निजी जीवन में बच्चों के साथ बेहद मधुर व्यवहार के हिमायती थे. बच्चों को अनुशासन में लाने के लिए मार-पीट के वो एकदम खिलाफ थे. उन्होंने खुद भी कोशिश की कि उनके अपने बच्चों के साथ बेहतर संबंध रहें. बाला साहेब के तीन बेटे हुए-सबसे बड़े बिंदु माधव (1996 में एक्सीडेंट में मौत), जयदेव ठाकरे और उद्धव ठाकरे.
बडे़ और छोटे बेटे के साथ तो बाला साहेब के संबध अच्छे रहे लेकिन जयदेव ठाकरे के साथ हमेशा तल्खी बनी रही. बाला साहेब की मृत्यु साल 2012 में हो गई थी लेकिन उसके पहले करीब दो दशकों तक जयदेव के साथ उनके संबंध कभी मधुर नहीं रहे. बाला साहेब जयदेव से इतने तंग आ गए थे कि उन्होंने एक बार सामना में लिखा-वो लड़का एक त्रासदी है.
बाप-बेटे में क्यों थी खटास
बाला साहेब और जयदेव के संबंधों में खटास की शुरुआत 1990 के दशक के शुरुआती समय से ही हो गई थी. जयदेव की पहली शादी जयश्री कलेलकर से हुई थी. जयदेव उस शादी से खुश नहीं थे. परिवार में तनाव जैसे हालात थे. इसी समय जयदेव ने एक बड़ा कदम उठाया और वो जयश्री से अलग हो गए. इस अलगाव को लेकर बाला साहेब और जयदेव के रिश्तों में आई खटास तकरीबन पूरी जिंदगी चली. ये तल्खी और भी ज्यादा बढ़ गई जब जयदेव ने दूसरी पत्नी स्मिता ठाकरे से भी अलग होने का फैसला किया. स्मिता से अलग होने का फैसला भी जयदेव ने कुछ ही सालों के भीतर कर लिया. साल 1995 में बाल ठाकरे की पत्नी मीना की मृत्यु हो गई और बाप-बेटे के संबंधों में खिंचाव और ज्यादा बढ़ गया. जयदेव ने अपने घर जाना छोड़ दिया. जयदेव ने तीसरी शादी भी की है. तीसरी पत्नी का नाम अनुराधा है.
जयदेव ठाकरे के साथ बाल ठाकरे के संबंध 90 के दशक के समय से ही ठीक नहीं थे.
बाला साहेब की वसीयत
बाला साहेब ठाकरे की मृत्यु साल 2012 में हुई थी. उन्होंने अपनी वसीयत में जयदेव ठाकरे को कुछ नहीं दिया था. हालांकि उन्होंने बहू स्मिता और पोते ऐश्वर्य के नाम पर संपत्ति का हिस्सा छोड़ा था. जयदेव ने आरोप लगाया था कि मरते वक्त बाल ठाकरे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसे लेकर कोर्ट केस भी चला जहां जयदेव ने अजीबोगरीब दावा किया था. उन्होंने अपने बेटे ऐश्वर्य के बारे में कोर्ट में दावा किया था कि वो मेरा बेटा नहीं है. कोर्ट में उन्होंने उद्धव ठाकरे पर भी आरोप लगाया था.
राजनीति में नहीं है इंटरेस्ट
जयदेव ठाकरे ने एक बार अपने बारे में बताया था कि उन्हें राजनीति में इंटरेस्ट नहीं है. उन्होंने कहा था कि मैं डर्टी पॉलिटिक्स से बेहतर डर्टी पिक्चर देखना पसंद करूंगा. हालांकि पिता के साथ संबंधों पर भी उन्होंने कहा था कि बाल ठाकरे राजनीतिक वारिस उन्हें ही बनाना चाहते थे.
स्मिता ठाकरे जयदेव की दूसरी पत्नी हैं.
कौन हैं स्मिता ठाकरे
जयदेव ठाकरे की दूसरी पत्नी स्मिता ठाकरे को बाल ठाकरे ने अपनी संपत्ति में हिस्सा दिया था. जयदेव के साथ बाल ठाकरे के संबंध खराब हो जाने के बावजूद स्मिता ठाकरे ने परिवार के साथ संबंध नहीं बिगाड़े. स्मिता सामाजिक कार्यकर्ता और फिल्म प्रोड्यूसर के तौर पर भी काम करती हैं. वो राहुल प्रोडक्शन और मुक्ति फाउंडेशन की चेयरमैन हैं. वो महिला सुरक्षा के अलावा एचआईवी के प्रति जागरूकता को लेकर काम करती हैं. उन्होंने साल 1999 में पहली फिल्म प्रोड्यूस की थी. इस फिल्म में संजय दत्त और गोविंदा ने अदाकारी की थी.
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