Please enable javascript.Moradabad Tigri Mela 2023: मुरादाबाद तिगरी मेले के मुख्य स्नान 27 नवंबर को लेकर प्रशासनिक तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है ट्रैफिक डायवर्जन 23 से लागू होगा मेले का इतिहास रामायण काल से पुराना - Moradabad Tigri fair administrative preparations are being completed for main bath on 27th November traffic diversion will be implemented from 23rd history of the fair is older than Ramayana period

मुरादाबाद में 23 नवंबर से तिगरी मेले को लेकर डायवर्जन, 27 नवंबर को मुख्य स्नान, तैयारियों को जान लीजिए

नवभारतटाइम्स.कॉम 21 Nov 2023, 8:41 pm

मुरादाबाद में 23 नवंबर से तिगरी मेले के मुख्य कार्यक्रमों की शुरुआत हो रही है। इसके लिए यूपी रोडवेज और रेलवे की ओर से विशेष तैयारियां की जा रही हैं। मुरादाबाद प्रशासन की ओर से तिगड़ी मेले की तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है। प्रशासनिक टीम तैयारियों का जायजा लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रही है।

Moradabad Tigri Mela
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में तिगरी मेले की तैयारियों को पूरा कराया गया है। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा तिगरी में मेले का भव्य आयोजन हो रहा है। मुख्य आयोजन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान होता है। मेला 20 नवंबर से शुरू हो चुका है। हालांकि, यह 23 नवंबर के बाद परवान चढ़ना शुरू होगा। तिगरी मेला 28 नवंबर तक चलेगा। 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मुख्य स्नान होगा। मेले को लेकर सड़क मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। यह बदलाव 23 से 29 नवंबर तक लागू रहेगा। जिले के एसपी हेमराज मीणा के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस ने नया डायवर्जन प्लान बनाया है।

मुरादाबाद डायवर्जन प्लान के अनुसार, 7 दिनों तक दिल्ली हाईवे पर वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी। ट्रैफिक एसपी सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि मेले को देखते हुए विभिन्न रूटों पर चलने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है। दिल्ली- मेरठ और बरेली की ओर जाने वाले वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। 23 नवंबर की दोपहर 12:00 बजे से 29 नवंबर की रात तक यह ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। हल्के वाहन, जीप, कार, पिकअप आदि के लिए 25 नवंबर की शाम 6:00 बजे से 27 नवंबर की रात तक वैकल्पिक व्यवस्था लागू रहेगी।

मुरादाबाद ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी डायवर्जन प्लान

  • मुरादाबाद से मेरठ जाने वाले वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रॉली आदि बदले हुए रूट टीएमयू, अगवानपुर बाईपास, नूरपुर, बिजनौर, मीरापुर, मवाना होकर मेरठ जाएंगे।
  • मुरादाबाद से दिल्ली, हापुड़, गाजियाबाद जाने वाले वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रॉली बदले हुए रूट बिलारी, संभल, छबराला, नरोरा, डिबाई, बुलंदशहर होकर दिल्ली, हापुड़, गाजियाबाद जाएंगे।
  • मुरादाबाद से अमरोहा के बीच भारी वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर बदले हुए रूट टीएमयू, अगवानपुर बाईपास, बागड़पुर मोड़ से अमरोहा के बीच चलेंगे।
  • शाहजहांपुर से दिल्ली जाने वाले सभी भारी वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रॉली बदले हुए रूट कटरा, जलालपुर शाहजहांपुर, बदायूं, बबराला, नरोरा डिबाई, बुलंदशहर होकर दिल्ली जाएंगे। इसी मार्ग से वापसी भी होगी।
  • बरेली से हापुड़, गाजियाबाद, दिल्ली जाने वाले भारी वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रॉली बदले हुए रूट आंवला, शाहबाद, बिलारी, चंदौसी, बबराला, नरोरा, डिबाई, बुलंदशहर होकर इसी मार्ग से चलेंगे।
  • रामपुर से हापुड़, गाजियाबाद, दिल्ली जाने वाले भारी वाहन: निजी और रोडवेज बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्राली बदले हुए रूट शाहबाद, बिलारी, चंदौसी, बबराला, नरोरा, डिबाई, बुलंदशहर होकर जाएंगे।
  • हल्के वाहन: जीप, कार, पिकअप, छोटा हाथी आदि वाहनों के लिए डायवर्जन 25 नवंबर शाम 6:00 बजे से 27 नवंबर रात 12:00 बजे तक प्रभावी रहेगा।

देव उठनी एकादशी से बनेगा माहौल


देव उठनी एकादशी इस बार 23 नवंबर को है। इस दिन से तिगरी मेले का माहौल जमना शुरू हो जाएगा। श्रद्धालुओं का जुटान मेले को लेकर गंगा घाटों पर होना शुरू होगा। तिगड़ी मेले को लेकर मुरादाबाद से अमरोहा तक धूम मची है। दोनों जिला प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है। यूपी रोडवेज की ओर से इस बार मेले को लेकर बसों की संख्या में वृद्धि की गई है। तिगरी मेले को लेकर यूपी रोडवेज की ओर से इस बार 130 बसें चलाई जाएंगी। सभी बसें अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर आदि से तिगरी के लिए चलेंगी। यूपी रोडवेज ने इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी है।

दावा किया जा रहा है कि 23 नवंबर से मेला जोर पकड़ने लगेगा। 27 नवंबर को मुख्य स्नान का आयोजन होना है। अधिकांश श्रद्धालु 26 नवंबर को स्नान के लिए निकलेंगे। हालांकि, श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए 25 नवंबर को मेला स्पेशल बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए तिगरी में अस्थायी स्टैंड भी बनाया गया है। कुछ स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन की तैयारी है।

रामायण काल से पहले का इतिहास


रामायण काल से पहले से तिगरीधाम में मेले का आयोजन की बात कही जाती है। स्थानीय इतिहासकारों का दावा है कि यह मेला मशहूर पितृभक्त श्रवण कुमार से जुड़ा हुआ है। दरअसल, अपने पिता को धामों की यात्रा कराने के दौरान श्रवण कुमार उन्हें लेकर गंगा किनारे आए थे। लोगों को उनके आने की सूचना मिली तो आसपास के लोगों ने कई दिनों तक गंगा किनारे पर तंबू लगाकर श्रवण कुमार के दर्शन किए। इसके बाद से हर साल दिवाली के बाद कार्तिक पूर्णिमा के दौरान तिगड़ी में गंगा मेले का आयोजन किया जाता है। हाल के वर्षों में मेले में 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का रिकॉर्ड रहा है।
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