दीपिका नेगी, नैनीताल: जलवायु परिवर्तन के कारण नैनी झील के हालात चिंताजनक हो गए हैं। नैनीताल की लाइफलाइन मानी जाने वाली इस झील में पिछले छह सालों में मार्च माह में सबसे न्यूनतम जलस्तर दर्ज किया गया है। सिंचाई विभाग ने बताया कि हर रोज दर्ज किए जाने वाले आंकड़े के अनुसार, झील का जलस्तर 4 फीट 11 इंच पहुंच गया है। विभाग ने बताया कि इस बार सर्दियों में बारिश और बर्फबारी नहीं होने से झील की ऐसी दशा हो गई है। शहर के तापमान में भी समय से पहले बढोतरी हो गई है। जिसका प्रभाव नैनी झील के कम होते जलस्तर पर देखा जा रहा है।
इस बार फरवरी में ही तापमान बढ़ने लगा था, जिसके कारण मार्च तक झील का जलस्तर काफी कम हो गया है। जलस्तर में अभी से ही कमी देखी जा रही है। जिससे पर्यावरणविदों का मानना है कि मई और जून में हालात और खराब होने की संभावना है हालांकि नैनी झील का जलस्तर हर साल गर्मियों में कम होना आम बात है लेकिन मार्च माह में ही 5 फीट से कम जलस्तर होने से चिंता बनी हुई है। मालूम हो कि नैनी झील न केवल शहर के मौसम और जलवायु का निर्धारण भी करती है। बल्कि इससे शहर को पानी की आपूर्ति भी की जाती है।
2019 - 5 फीट 5 इंच
2020 - 7 फीट
2021 - 5 फीट 7 इंच
2022 - 7 फीट 4 इंच
2023 - 4 फ़ीट 11 इंच
इस बार फरवरी में ही तापमान बढ़ने लगा था, जिसके कारण मार्च तक झील का जलस्तर काफी कम हो गया है। जलस्तर में अभी से ही कमी देखी जा रही है। जिससे पर्यावरणविदों का मानना है कि मई और जून में हालात और खराब होने की संभावना है हालांकि नैनी झील का जलस्तर हर साल गर्मियों में कम होना आम बात है लेकिन मार्च माह में ही 5 फीट से कम जलस्तर होने से चिंता बनी हुई है। मालूम हो कि नैनी झील न केवल शहर के मौसम और जलवायु का निर्धारण भी करती है। बल्कि इससे शहर को पानी की आपूर्ति भी की जाती है।
2017 में 24 घंटे पानी की सप्लाई हो गई थी बंद
साल 2017 में नैनी झील में जल संकट होने से शहर को 24 घंटे पानी की सप्लाई को बंद कर दिया गया था। झील के कम होते जलस्तर को देखते हुए इसे सुबह और शाम को एक-एक घंटे पानी की आपूर्ति कर दी गई। जहां पहले झील से रोज 18 एमएलडी तक पानी की सप्लाई की जाती थी। वहीं, अब रोजाना 8 एमएलडी की खपत होती है।2016 और 2017 में झील में बन गए थे डेल्टा
वर्ष 2016, 17 में भी नैनी झील का जल स्तर गिरने से झील में डेल्टा बन गए थे। समय पर पर्याप्त बारिश और बर्फबारी नहीं होने से झील पर्याप्त रिचार्ज नहीं हो पाती, जिससे इसमका जलस्तर घट जाता है। इस बार भी बारिश और बर्फबारी नहीं होने से जलस्तर समय से पूर्व ही काफी कम हो गया है। हालांकि वर्ष 2021 और 2022 में बर्फबारी अच्छी होने से हालात ठीक रहे।पिछले छह वर्षों में नैनी झील के जल स्तर के आंकड़े
2018- 5 फीट 1 इंच2019 - 5 फीट 5 इंच
2020 - 7 फीट
2021 - 5 फीट 7 इंच
2022 - 7 फीट 4 इंच
2023 - 4 फ़ीट 11 इंच