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मूर्धन्य पत्रकार प्रभाष जोशी का निधन

हिन्दी पत्रकारिता के यशस्वी हस्ताक्षर प्रभाष जोशी का वसुंधरा स्थित आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे. प्रभाष जोशी दैनिक जनसत्ता के संस्थापक संपादक थे.

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हिन्दी पत्रकारिता के यशस्वी हस्ताक्षर प्रभाष जोशी का वसुंधरा स्थित आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे. उनके शोक संतप्त परिवार में पत्नी, दो पुत्र, एक पुत्री और नाती-पोते हैं.पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि रात लगभग 11:30 बजे तबीयत बिगड़ने पर जोशी को नरेन्द्र मोहन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

नई दुनिया से की थी पत्रकारिता की शुरूआत
प्रभाष जोशी दैनिक जनसत्ता के संस्थापक संपादक थे. मूल रूप से इंदौर निवासी प्रभाष जोशी ने नई दुनिया से पत्रकारिता की शुरूआत की थी. मूर्धन्य पत्रकार राजेन्द्र माथुर और शरद जोशी उनके समकालीन थे. नई दुनिया के बाद वे इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े और उन्होंने चंडीगढ़ तथा अहमदाबाद में स्थानीय संपादक का पद संभाला.

क्रिकेट पर यादगार लेखन
1983 में दैनिक जनसत्ता का प्रकाशन शुरू हुआ जिसने हिन्दी पत्रकारिता की दिशा और दशा ही बदल दी. 1995 में इस दैनिक के संपादक पद से सेवानिवृत्त होने के बावजूद वे एक दशक से ज्यादा समय तक बतौर संपादकीय सलाहकार इस पत्र से जुड़े रहे. प्रभाष जोशी अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘कागद कारे’ के साथ विभिन्न विषयों पर निरंतर लिखते रहे. सामाजिक, राजनीतिक सरोकारों के साथ ही खेल, खासकर क्रिकेट पर उन्होंने यादगार लेखन किया और वसुंधरा स्थित अपने जनसत्ता अपार्टमेंट स्थित आवास पर दिल का दौरा पड़ने से पहले उन्होंने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच हुआ पांचवां एक दिवसीय मैच देखा था.

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