ये धुआँ धुआँ क्या है
दुआ हैं या बददुआ हैं
भीगी चादर ओढ़े आखिर क्यों खड़ी ये धरा हैं
अभी तलक जो लेन (गली) पर गुजारते रैन हैं
क्या उनको मिली कोई सजा हैं
चलो मान लिया ये तो उनको बददुआ हैं
पर ये तो बता दो ये किसको दुआ हैं
सुकु से तो आज आग भी जल रही हैं
क्या उसकी जलन पिघल गई हैं
आज रोशनी उस कुटिया से आई हैं
क्या उसने लौ ख़ुशी की पाई हैं
कैसी अजीब सी ये व्यथा हैं
एक गरीब को बददुआ हैं
एक गरीब को दुआ हैं
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6 वर्ष पहले
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