बिजनेस रेमेडीज/लखनऊ। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान किया। इसके तहत ‘शिक्षा’ के जरिये टोयोटा कम्युनिटी प्रोग्राम शुरू किये जाएंगे। यह एक ऑन-द- जॉब स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग (नौकरी करते हुए कौशल विकास प्रशिक्षण) है जो स्किल इंडिया मिशन के साथ तालमेल में है।
यह पहल एक अनूठा कार्यक्रम है जो उत्तर प्रदेश में पहला और भारत में भी पहला है, जो न केवल देश के युवाओं को उन्नत प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित उद्योग संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करके रोजगार के अवसर प्रदान करने मदद करेगा बल्कि उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टोयोटा प्रशिक्षित मानवशक्ति की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा । इस साझेदारी के तहत, टीकेएम और एएसडीसी 100 दिनों के ओजेटी आधारित कौशल विकास कार्यक्रम की पेशकश करेंगे, जो चयनित छात्रों (डिप्लोमा / स्नातक) को बिक्री और विपणन कौशल, उत्पाद ज्ञान, सडक़ सुरक्षा और पर्यावरण पर ज्ञान प्रदान करेगा। पहले वर्ष में इस पहल का लक्ष्य 200 छात्रों को शामिल करना है और उत्तर प्रदेश में चिन्हित एएसडीसी केंद्रों में स्व चार्जिंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक्सईवी कॉर्नर (विद्युतीकृत प्रौद्योगिकियां) की स्थापना देखेंगे, जो विद्युतीकरण पर जागरूकता पैदा करेगा और उन्नत प्रौद्योगिकियां सरकार के साथ-साथ ग्रामीण स्थानों पर तहसील स्तर तक आगे बढ़ाएगा। उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव, डॉ. एम. के. शनमुगा सुंदरम और आंद्रा वामसी, मिशन निदेशक, वी वाइज़लाइन सिगामणि, महाप्रबंधक, नरेंद्र कुकरेती, उप महाप्रबंधक, टीकेएम और अरिंदम लाहिरी, सीईओ- एसडीसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इस पहल के बारे में बताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एम.के. शनमुगा सुंदरम ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और उनके डीलर पार्टनर्स की यह पहल एएसडीसी के साथ पूरे देश में 12 कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए है। 200 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हें रोजगार योग्य बनाने की दृष्टि से ग्रामीण बाजारों को उत्तर प्रदेश सरकार के स्किल इंडिया मिशन के साथ जोड़ा गया है। हम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर जैसे उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग करने और प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि युवाओं के कौशल विकास में योगदान दिया जा सके, जिससे बेहतर आजीविका के लिए रोजगार के अवसर बढ़ सकें ।”