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नैनीताल में जमकर हो रही बर्फबारी, आयुक्त ने वीड‍ियो संदेश के जर‍िए दी ये सलाह

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है. नैनीताल शहर के पहाड़ी इलाकों के साथ मॉल रोड, तल्लीताल और मल्लीताल बाजार, चारटन लॉज, शेर का डांडा आदि इलाकों में तेज बर्फ पड़नी शुरू हो गई है. बर्फ अभी पेड़ों पर जमने लगी है और जमीन व अन्य जगहों में जमनी शुरू हो गई है. कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने एक वीड‍ियो संदेश के जर‍िये स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सुरक्ष‍ित रहने की सलाह दी है.

Snowfall in Nainital Snowfall in Nainital
हाइलाइट्स
  • सही साबित हुई मौसम विभाग की भविष्यवाणी

  • पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश और बर्फबारी जारी

उत्तराखंड में ह‍िल स्टेशन के तौर पर मशहूर नैनीताल में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई है. वैसे तो उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में सुबह से लगातार बारिश हो रही है. जबकि ऊंची चोटियों में बर्फबारी से कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है. पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश और बर्फबारी जारी है. आज सुबह से ही सरोवर नगरी नैनीताल में बर्फबारी का नज़ारा देखने को मिल रहा है. कड़ाके की ठंड के बीच लोगों को आग का सहारा लेना पड़ रहा है. वही नगर के ऊँचाई वाले इलाकों बारापत्थर, हिमालय दर्शन, किलबरी, टिफिन टॉप क्षेत्रो में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.

नैनीताल में पिछले कुछ दिनों की धूप के बाद आज मौसम ने करवट बदली है. नैनीताल में मौसम की सातवीं बर्फ़बारी शुरू होने के बाद तापमान गिर गया है. बीते रोज से बादलों के डेरे के बाद गुरुवार सवेरे हल्की बरसात के बाद बर्फ़बारी शुरू हो गई. शहर के ऊंचे पहाड़ी इलाकों जैसे स्नो व्यू, अयारपाटा, सात नंबर, राजभवन, चिड़ियाघर, नयना पीक, डार्थी पीक आदि में कई बार बर्फ़बारी हो चुकी है लेकिन आज दूसरी बार मॉल रोड और शहर के निचले इलाकों जैसे मॉल रोड, तल्लीताल और मल्लीताल बाजार, चारटन लॉज, शेर का डांडा आदि क्षेत्रों में बर्फ़बारी देखने को मिल रही है. 

नैनीताल में बर्फ़बारी की आस लेकर पहुंचे पर्यटकों की जैसे मन मांगी मुराद पूरी हो गई है. पर्यटकों ने इस अद्भुत पल को यादगार बनाने के लिए अपने वीडियो, फ़ोटो और सैल्फी खींची. पर्यटन से जुड़े व्यवसाइयों ने ठंड से राहत देने वाले गर्म कपड़े, गर्म खाना, होटल के गर्म कमरे, रजाई कंबल रखकर पर्यटकों को ठण्ड से राहत दी. स्थानीय लोगों ने ठंड को देखते हुए गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं. शहर ने बर्फ की चारों तरफ से सफेद चादर ओढ़ ली है. पेड़ पौधे, छत, सड़कें, मैदान सभी जगह केवल बर्फ़ देखने को मिल रही है.

स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों का कहना है कि मौसम लाजवाब है और सभी ने इसका आनंद लेना चाहिए. पर्यटन से जुड़े व्यवसायी बर्फ़बारी से खुश हैं और उन्हें पर्यटकों के बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है. बर्फ़बारी से नैनीताल में सीजन के दौरान होने वाली पानी की किल्लत से भी निजात मिलने की उम्मीद है.

साढ़े तीन महीने पहले नैनीताल में अतिवृष्टि से हालात भयावह हो गए थे और आज नैनीताल में कई वर्ष बाद बहुत ज्यादा बर्फ पड़ी है. पिछले वर्षों में भी यहां बर्फ पड़ी थी लेकिन वो सामान्य ही थी लेकिन इस वर्ष आज यानी 3 फरवरी को जो बर्फ पड़ी है, इतनी बर्फबारी बहुत बड़े अंतराल के बाद हुई है.
 
कुछ समय के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक तोहफा ही है लेकिन स्थानीय निवासियों के लिए क्षणिक आनंद के बाद भीषण सर्दी, बिजली न आने से हीटर, गीजर न चलने यहां तक कि मोबाइल चार्ज होने तक में होने वाली परेशानी से दुश्वारियां बढ़ गई हैं. दैनिक मजदूरी वाले श्रमिकों के सामने रोजी रोटी के संकट आ खड़े हुए हैं. 

फिलहाल नगर में लगभग सभी मार्ग बंद हैं, बिजली कब आएगी कह नहीं सकते, कल पानी भी आए न आए और ऊपर से मौसम विभाग के अनुसार रात में और कल और भी बर्फ पड़ने वाली है. ऐसा हुआ तो खासकर गरीब तबके के लिए भारी मुसीबत आने वाली है. चुनाव प्रचार में लगे प्रत्याशियों और समर्थकों के लिए भी ये सर्द मौसम और बर्फ अलग से चुनौती पेश कर रहे हैं.

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी को देखते हुए आयुक्त दीपक रावत ने लोगों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भारी बर्फबारी के दौरान लोग सतर्क और सुरक्षित रहें. 

नैनीताल के राजभवन स्थित आयुक्त आवास में भारी बर्फबारी के दौरान कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने एक वीडियो बनाकर पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए संदेश दिया. आयुक्त ने कहा कि पूर्वानुमान के अनुसार पहाड़ों में बर्फ पड़ रही है और आगे भी पड़ने वाली है. उन्होंने कहा कि, हालांकि यहां के रास्ते अभी खुले हैं इसलिए अपनी जरूरतों का सामान लेकर रख लें. सभी लोग सामान लेने जाने से बचें और अनावश्यक घर से बाहर न जाएं.

आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि लोग अपने घरों के आसपास के रास्तों को खुला रखें ताकि जरूरत पड़ने पर जाया जा सके. आयुक्त ने पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए कहा कि कहीं भी फंसने जैसी स्थिति आने पर वो 1077 या 100 डायल करें ताकि समय से आपके पास मदद पहुंच सके. आयुक्त ने अपने विभागों की सतर्कता के साथ काम करने की बात करते हुए कहा कि जो लोग कोयले की अंगीठी जलाते हैं वो उसे कमरे के अंदर न रखें क्योंकि इसकी गैस से हादसे होते हैं.

(लीला स‍िंह ब‍िष्ट की र‍िपोर्ट)