गायत्री मंत्र जाप का सही नियम जानें


Nikki Rai
30-05-2023, 15:08 IST
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    सभी मंत्रों में गायत्री मंत्र को बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली माना गया है। इसका जाप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है और जीवन में खुशियों का संचार होता है। सच्चे मन और विधि पूर्वक गायत्री मंत्र का जाप करना बहुत ही लाभकारी माना गया है। आइए जानें गायत्री मंत्र जाप का सही नियम-

गायत्री मंत्र के लाभ

    इस मंत्र के जाप से तमाम कष्ट प्रभावहीन हो जाते हैं। मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भी गायत्री मंत्र का जाप बेहद कारगर माना गया है।

ऐसे करें शुरू

    जाप से पहले शुभ मुहूर्त में एक कांसे के पात्र में जल भरें। इसके बाद लाल आसन पर बैठ जाएं और गायत्री मंत्र के साथ ऐं ह्रीं क्लीं का संपुट लगाकर गायंत्री मंत्र का जाप करें।

जल का करें सेवन

    मंत्र जाप के बाद पात्र में भरे जल का सेवन करें। इससे किसी भी रोग से छुटकारा मिल सकता है।

सही समय

    गायत्री मंत्र जाप का पहला समय सूर्योदय से थोड़ी देर पहले शुरू होकर सूर्योदय के थोड़ी देर बाद तक कर का है। तीसरा समय सूर्यास्त से ठीक पहले का है। यह जाप सूर्यास्त से पहले शुरू कर सूर्यास्त के थोड़ी देर बाद तक करें।

गायत्री मंत्र के नियम

    गायत्री मंत्र का जाप किसी गुरु के मार्गदर्शन में करना चाहिए। इस मंत्र के जाप के लिए स्नान के साथ मन और आचरण भी पवित्र होना चाहिए।

कैसे बैठें

    कुश या चटाई के आसन पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें और इसके लिए तुलसी या चंदन की माला का प्रयोग करें।

सही दिशा

    अगर आप इस मंत्र का जाप ब्रह्म मुहूर्त में कर रहे हैं तो पूर्व दिशा की ओर मुख करके इसका जाप करें और अगर इसका जाप शाम को कर रहे हैं तो पश्चिम दिशा में मुख कर जाप करें।

    आपको भी गायत्री मंत्र के जाप के वक्त इन बातों का ख्याल रखना चाहिए। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com